
मधुमेह के प्रभाव से आँखों को बचाएँ | Diabetic Retinopathy इलाज अंबाला | Sri Onkar Eye & ENT Care Centre
मधुमेह (Diabetes) आज के समय में एक आम लेकिन गंभीर समस्या बन चुकी है। यह बीमारी केवल ब्लड शुगर लेवल को ही नहीं, बल्कि शरीर के कई अंगों को प्रभावित करती है। सबसे ज्यादा असर आँखों पर पड़ता है। लंबे समय तक शुगर का स्तर नियंत्रित न रहने पर डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy) जैसी समस्या हो सकती है, जो धीरे-धीरे दृष्टि को नुकसान पहुँचाती है और गंभीर मामलों में अंधेपन तक का कारण बन जाती है।
डायबिटिक रेटिनोपैथी एक ऐसी स्थिति है जिसमें मधुमेह के कारण आँखों की रेटिना की रक्त वाहिकाएँ क्षतिग्रस्त हो जाती हैं। इससे रेटिना को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषण नहीं मिल पाता और आँखों की रोशनी पर बुरा असर पड़ता है।
मधुमेह से आँखों पर होने वाले प्रमुख प्रभाव
- धुंधली दृष्टि – चीजें साफ न दिखना।
- फ्लोटर्स दिखना – आँखों के सामने काले धब्बे या जाले जैसा दिखना।
- दृष्टि में अचानक बदलाव – कभी साफ तो कभी धुंधली नजर।
- आँखों में दर्द या दबाव – खासकर रात में।
- अंधेपन का खतरा – इलाज न कराने पर।
डायबिटिक रेटिनोपैथी का उपचार
अच्छी खबर यह है कि डायबिटिक रेटिनोपैथी का समय रहते निदान और इलाज किया जा सकता है।
Sri Onkar Eye & ENT Care Centre, अंबाला में डॉ. जसप्रीत अग्रवाल (16+ वर्षों का अनुभव) द्वारा नवीनतम तकनीक और आधुनिक उपकरणों के साथ इलाज उपलब्ध है।
यहाँ उपलब्ध उपचार हैं:
- नियमित आँखों की जांच (Early Detection)
- लेज़र ट्रीटमेंट – क्षतिग्रस्त रक्त वाहिकाओं को ठीक करने के लिए।
- इंट्राविट्रियल इंजेक्शन थेरेपी – रेटिना की सूजन कम करने के लिए।
- एडवांस्ड सर्जरी – गंभीर मामलों में दृष्टि बचाने के लिए।
बचाव के उपाय
- ब्लड शुगर को नियंत्रित रखें।
- हर 6–12 महीने में आँखों की जांच कराएँ।
- ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल का स्तर सही रखें।
- धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएँ।
- संतुलित आहार और नियमित व्यायाम करें।